कहां तुझे ढुंढु, कैसे तुझे पाऊँ, नज़र तू नहीं आ रही। कहां तुझे ढुंढु, कैसे तुझे पाऊँ, नज़र तू नहीं आ रही।
जिस्म को मेरे जुदाई का ज़हर लग गया, जान ले डूबेगा इश्क़ का ऐसा भंवर लग गया अपनी चाहत को जिस्म को मेरे जुदाई का ज़हर लग गया, जान ले डूबेगा इश्क़ का ऐसा भंवर लग गया अ...
माँ तुम आ जाओ पास हमारे घर आगंन का दीप जला, बादलों में क्यूँ छिप जाती हो माँ तुम आ जाओ पास हमारे घर आगंन का दीप जला, बादलों में क्यूँ छिप जाती हो
कहीं चले जाओ आप, बस दिल का साफ होना जरूरी है दिल में ही तो है इंसानियत, जो हमारी रूह कहीं चले जाओ आप, बस दिल का साफ होना जरूरी है दिल में ही तो है इंसानियत, ...
तेरे दर्द का कोई ऐंटिडोज ही नहीं, इस दुनिया में, तेरे दर्द का कोई ऐंटिडोज ही नहीं, इस दुनिया में,
पर्वतों पर चाँँदनी बिछने लगी शीत ऋतु का आगमन है मेघ मंडराने लगे हैं घाटियों में पवन पर्वतों पर चाँँदनी बिछने लगी शीत ऋतु का आगमन है मेघ मंडराने लगे हैं घाट...